Saturday, January 15, 2011

कुछ पलों की ख़ामोशी
सदियों की वीरानी लगती है
तेरे बिना एक दिन भी
ये ज़िन्दगी बेमानी लगती है

तुझसे मेरी ज़िन्दगी में सात रंग आ जाते हैं
तेरी एक नज़र पर मैं सौ जन्म जी लेती हूँ
उन दो आँखों में मेरी दुनिया जैसे समायी है
तेरी एक मुस्कान से मेरा जग रोशन हो जाता है

तुम कभी समझ न पाए मेरे प्यार की गहराई को
तुम्हारे बिना तो मैं खुद से भी अधूरी हूँ
जो तुम रहो मेरे हर कदम पर साथ तो
तुम से जुड़ कर ही मैं पूरी हूँ

तेरी खुशबू इस कदर बसी है साँसों में मेरी
कि दुनिया कि भीड़ में भी तुझे महसूस कर लेती हूँ
तू लाख खो जाना चाहे इस जहां में
तुझे अपनी पलकों पर सहेज कर रख लूँगी मैं


नहीं रहा जाता एक पल भी तेरे बिना
कुछ इस तरह मेरी ज़िन्दगी बन गया है तू 

No comments:

Post a Comment